मेरे पास 10 लाख रुपए हैं, इनको किस मुचुअल् फंड्स मैं निवेश करूँ कि मुझे कम से कम 20 % का लाभ दें?
बहुत लोग के पास बड़ा अमाउंट रहता है, और उसे वह ऐसी जगह पर निवेश करना चाहते हैं जहां पर उन्हें बैंक के रिटर्ंस से ज्यादा मिले! अभी अगर देखा जाए ज्यादातर लोग स्टॉक मार्केट में निवेश करना पसंद कर रहे हैं! यह अच्छी बात है, इससे इकॉनमिको बहुत सपोर्ट मिलता है! लेकिन इसे करने से पहले हम शेयर बाजार में रहने वाले जोखिमों को अच्छी तरह से पहचानना बहुत ही जरूरी है ! ऊपर, टाइटल में आपने एक सवाल देखा होगा, यह सवाल हाल ही में गूगल के कोरा में किसी के द्वारा पूछा गया है! ₹1000000 एक साथ निवेश करना जितना फायदेमंद हो सकता है, स्टॉक मार्केट में उतना ही जोखिम भरा हो सकता है! इसे करने से पहले हमको इस निवेश के सारे खतरे, और लाभ के बारे में अच्छी तरह से जानकारी रहना बहुत जरूरी है! जानकारी आपके लिए सिर्फ होने वाले नुकसान को कम करने के लिए ही काम में नहीं आता, बल्कि जानकारी फायदे में आपको बने रहने के लिए! और फायदे को और बड़ा करने का संभावना बढ़ा देता है!
हमने देखा है पिछले कुछ सालों से स्टॉक मार्केट के म्यूचुअल फंड में बहुत ही अच्छा रिटर्न्स देखने के लिए मिलाएं! यह इसलिए हुआ है कि स्टॉक मार्केट में जितने भी शेयर्स लिस्ट हैं उनमें से कई शेयर्स बहुत अच्छे परफॉर्म कर रहे हैं! इसके पीछे कास्ट ट्रेंस, और उसके साथ ही लोगों के पास रनिंग कैपेसिटी! जो उनको अपने खर्चा उठाने के बाद अपने बचत को निवेश करने के लिए सुविधाएं देती है! मार्केट में यह पहली बार नहीं, पहले भी कई बार ऐसे ही स्टॉक मार्केट में तेजी देखने के लिए मिली है! आज हम बात करेंगे अगर ₹1000000 हम निवेश करते हैं तो म्यूचुअल फंड में क्या-क्या सुविधाएं हैं और क्या दुविधा का सामना हमको करना पड़ सकता है !
म्यूचुअल फंड में एसआईपी के द्वारा निवेश करना
लगभग कुछ सालों से हम देख रहे हैं म्युचुअल फंड में ज्यादा से ज्यादा जो पैसा आ रहा है वह म्यूचुअल फंड के एसआईपी के थ्रू ही आ रहा है! म्यूच्यूअल फंड एसआईपी कोई अलग चीज नहीं है अगर हम म्यूचुअल फंड में जो पैसा निवेश कर रहे हैं एक साथ ना करते हुए हर महीने किस्तों में देते रहें और वह पैसा निवेश होता जाए तो उसी को ही हम एसआईपी के नाम से जानते हैं! एस आई पी का फुल फॉर्म है सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान ! सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के बाजार में उतार-चढ़ाव के जोखिम को आपके अनुकूल बना देता है! बाजार में जब भी तेजी रहता है यह कम से कम संख्या में आपके लिए म्यूचुअल फंड के NAV खरीदाता है, और बाजार गिरने पर आपके लिए ज्यादा से ज्यादा NAV खरीदना है! म्यूचल फंड एसआईपी के द्वारा आपको इन्वेस्टमेंट में जो कुछ भी सावधानियां भरखनी थी वह अपने आप ही हो जाता है! इसमें आपके पैसे को बढ़ने का उपाय ज्यादा रहता है! सवाल के अनुसार अगर हमारे पास ₹1000000 हैं और इसको हमको म्यूचल फंड में निवेश करना है तो सबसे अनुकूल परिस्थिति यही रहेगा कि आप इसे एक साथ नहीं बल्कि किस्तों में सिस्टम एंटीक इन्वेस्टमेंट प्लान के थ्रू निवेश करें! इसे ना ही आपका निवेश बढ़ने की मौका जो है वह बढ़ता है उसी तरह ही आपका निवेश का गिरने का जो खतरा है वह भी घटता है! आपके निवेश के धनराशि को और भी तेजी से बढ़ने के लिए आप अच्छे प्रोफेशनल म्यूच्यूअल फंड एडवाइजर के साथ बात कर सकते हैं और उनके मुताबिक आप आपके लिए म्यूचुअल फंड खरीद सकते हैं! म्यूचुअल फंड में निवेश को और सेव बनाने के लिए आप कुछ डेट म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर सकते हैं! इससे भी नॉवेल के आपका निवेश किए हुए धनराशि से खतरा घटेगा, इसके साथ ही मार्केट अगर और फॉर्म नहीं कर रहा है तब भी इंटरेस्ट इनकम में आपको कुछ कुछ पैसा मिलता रहेगा! आपको अगर स्पष्टता के साथ इसकी जानकारी चाहिए तो आप हमें हमारे वेबसाइट www.investmnetunblocked.com के द्वारा हमको कॉल या फिर मेल कर सकते हैं जिससे हम आपको आपके अनुसार सलाह देंगे!
म्यूचुअल फंड में लामसम इन्वेस्टमेंट करने के द्वारा
ऊपर हमने तो बात किया कैसे हम सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के द्वारा निवेश करने से हमारा जोखिम कम कर सकते हैं, उसी तरह ही हम यहां पर बात करेंगे कैसे लामसम के द्वारा भी हम म्युचुअल फंड में निवेश करें और इससे कैसे जोखिम घटाएं और हमारी निवेश किए हुए धन को कैसे अच्छी तरह से उसे पैसा बनाएं! सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में आप अगर कोई फंड खरीदने में गलती करते हैं तब भी आपका उतना नुकसान होने का चांस नहीं रहता! इसके पीछे की वजह यह है कि मार्केट में उतार-चढ़ाव के अनुसार वह अपने आप में अर्जेस्ट होता है और आपको अच्छे रिटर्न्स के परिणाम स्वरुप देता है! लेकिन जब आप लामसम में इन्वेस्ट करते हो यहां पर आपके निवेश किए हुए धनराशि के ऊपर बहुत बड़ा संकट आ सकता है! लॉन्ग टर्म में इन्वेस्टमेंट करने वाले सभी व्यक्ति को हम सलाम करते हैं कि आपके जानकारी में रहने वाले कोई अच्छे म्युचुअल फंड एडवाइजर के साथ बात करें! या फिर हमारे साथ भी लम सम इन्वेस्टमेंट के लिए सलाह ले सकते हैं! दो हजार से ज्यादा म्यूच्यूअल फंड के टाइप्स अभी मार्केट में है! इनमें से सबसे खतरनाक ट्रैक्टर! और सब से सफेद आपके डेट! जिन्हें हम बॉन्ड्सके नाम से जानते हैं ! ज्यादातर जो भी लॉन्ग टर्म में इन्वेस्टमेंट करते हैं म्यूचुअल फंड में वही टाइप्स के म्यूचुअल फंड के अंदर अपना निवेश को ऐसे बंटन करते हैं, जिससे उनका लाभ ज्यादा हो और नुकसान कम! मार्केट के उतार-चढ़ाव के अनुसार उनके ऊपर कोई भी प्रभाव ना पड़े! म्यूचल फंड के इन्वेस्टर कभी भी एक ही विकल्प खंड में अपना सारा पैसा नहीं डालते! इससे उनको खतरा बहुत बढ़ जाता है!
म्यूचुअल फंड में निवेश करने में सावधानियां
म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए बहुत सारी चीजों का अध्ययन करना पड़ता है! और मार्केट में बीच-बीच में नजर बनाए रखनी पड़ती है! अगर कोई प्रोफेशनल म्युचुअल फंड एडवाइजर के साथ आप निवेश करते हो तो यह सारी चीजें आपको करना नहीं पड़ता! लेकिन आप अगर इन चीजों में किसी की सलाह लेंगे या फिर जानकारी के माध्यम से निवेश करना चाहेंगे तो यहां पर आपको एक ही देना पड़ता है! तो चलिए जानते हैं म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में क्या-क्या फीस और क्या-क्या एक्सपेंसेस जुड़े हुए रहते हैं!
म्युचुअल फंड एडवाइजर फीस
- म्यूच्यूअल फंड एडवाइजर दो तरह के फीस लेते हैं, एक फिर वह होता है जब आप उन के माध्यम से निवेश करते हैं! यहां पर वह आपसे कोई भी डायरेक्ट चार्जेस नहीं लेंगे! लेकिन समय अनुसार आपका निवेश धनराशि से फंड हाउस एक एक्सपेंसेस काटते रहता है! उसी एक्सपेंसेस से एक हिस्सा म्युचुअल फंड एडवाइजर को डायरेक्टली अकाउंट में क्रेडिट होता है! म्यूच्यूअल फंड इसी फीस के कारण आपको अच्छे-अच्छे फंड खरीद पाता है और लॉन्ग टर्म में इन्वेस्टमेंट करने की सलाह देता है! जितने लॉन्ग टर्म के लिए आप निवेश करोगे उतने तक एडवाइजर को फीस मिलता रहेगा! आप अगर म्यूच्यूअल फंड का अध्ययन खुद से करें और खुद से निवेश करें तो यह चीज आपको नहीं देना पड़ता है! इससे बचने के लिए आप कोई एडवाइजर के द्वारा म्यूच्यूअल फंड रेगुलर प्लान में ना लेते हुए डायरेक्ट फंड हाउस से आप मुचल फंड खरीद सकते हो!
- कुछ एडवाइजर है जो आपको यह म्यूच्यूअल फंड डायरेक्ट खरीद लाते हैं, जिनसे आपको कभी भी एक्सपेंसेस में फीस उनको देना नहीं पड़ता! इसके बदले वह एक डायरेक्ट चीज आप से मांगते हैं अपने एडवाइज के लिए! यह फीस देकर भी आप उनके साथ सलाह मशवरा करके अच्छा एक म्यूच्यूअल फंड या म्यूचुअल फंड का फोटो बना सकते हैं!
देखा जाए तो दोनों यहां पर एक ही जैसे लग रहे हैं, लेकिन मैं यहां पर आपको यह कहना चाहूंगा जब कभी भी आप कोई म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं लंबी अवधि के लिए! तब आप डायरेक्ट फीस देकर लंबी अवधि के लिए निवेश खुद से करें! जिस से आपको हर साल के फीस देने से छुटकारा मिलेगा! लेकिन हर साल के ही सारे सेक्टर्स में बहुत अच्छे खरीदारी करने का मौका मिलता है! लेकिन आप मार्केट से ना जुड़ा होने के कारण यह सब मौके आप से छूट जाते हैं! इन सब मौके का फायदा उठाने के लिए आप उनसे ही म्यूच्यूअल फंड खरीदे उनके द्वारा! इनसे उनको अच्छा म्यूच्यूअल फंड का फीस मिलेगा और यहां पर आपको उनके एडवाइजरी के !
म्यूच्यूअल फंड का एक काला सच
म्यूचल फंड के निवेशक तो अच्छी तरह से जानते हैं कि स्टॉक मार्केट के इक्विटी फंड में अगर हम निवेश करते हैं तुम गोल्ड रियल एस्टेट जैसे भी अच्छे एसिड से भी बेहतर रिटर्न हम बना सकते हैं! लेकिन आपका इन्वेस्टमेंट सही म्यूच्यूअल फंड में रहना चाहिए! लास्ट 10 सालों में जिस किसी ने भी म्युचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के द्वारा या फिर डायरेक्ट एक ही बार में इन्वेस्टमेंट किया है, उन्हें बेहतरीन रिटर्ंस का अनुभव हुआ है! अब बारी आती है म्यूचुअल फंड में कुछ चीजें हैं जो आपको जाना चाहिए जो आपके लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं लेकिन आपको पता नहीं होता!
हर एक म्यूच्यूअल फंड में एक एक्सपेंस रेशों होता है जो के 50 पैसे से लेकर टका तक होता है! यह शुरुआती समय में ऐसा ही पीने या फिर बड़े इन्वेस्टर को पता नहीं चलता! लेकिन जैसे ही आपका इन्वेस्टमेंट का वैल्यू धीरे धीरे बढ़ता है आपको चुगने लगते हैं! डायरेक्टली आपसे लिया नहीं जाता इसलिए आपको कभी पता नहीं चलता कि ऐसा कुछ चार्जेस भी उससे डिडक्शन होता है! लेकिन यह चार्ज हर साल आपके चल फंड में डिडक्ट होते हैं!
आप अभी यह सोच रहे होंगे कि एक्सपेंसेस में क्या मुसीबत हो सकती ह लेकिन मैं बता दूं आप अगर सालाना ₹10000 इंवेस्टमेंट करते हैं तो आपको कुछ फर्क नहीं पड़ता डेट का कितना भी हो! लेकिन जब बात आती है 1000000 की, अब एक लाख में 1500 तो 1000000 में तकरीबन ₹15000 सालाना आपका म्यूचुअल फंड निवेश से घटता जाता है!
आप इसे भी नकार सकते हैं कि मार्केट से हम को बेहतर रिटर्न मिल रहे हैं तो यह चार्जेस भी हम बियर कर सकते हैं! लेकिन इतनी जानकारी आपको रखना चाहिए कि मार्केट साइक्लिक होता है, जैसे अभी परफॉर्म कर रहा है वैसे हमेशा परफॉर्म नहीं करता! मार्केट के पिछले ट्रेंड को अगर आप गौर से देखें तो 4455 साल एक एक बार मार्केट एक ही जगह रुक जाता है! तो सोचिए अगर मार्केट नहीं बढ़ता तो आपका निवेश किया हुआ पैसा भी नहीं बढ़ेगा लेकिन यह जो 1000000 पर पंद्रह ₹15000 तक का डिडक्शन हर साल होता चला जाएगा! हो सकता है इसके चलते आपका जो भी लक्ष्य है वहां तक आप ना पहुंचे! कहीं म्यूच्यूअल फंड ऐसे होते हैं जिनमें 2:30 टका तक चार्जर्स देखने के लिए मिलते हैं!
इस हाई चार्जर से बचने के लिए आप एक अच्छे एक्सपीरियंस पोर्टफोलियो मैनेजर से अपना एक फोटो फोलियो स्टॉक्स में बना सकते हैं! या फिर म्यूचुअल फंड के टॉप सिलेक्टेड शेयर का भी एक फोटो फूलों खुद से बना सकते हैं जिसे हर महीने या फिर लामसम में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं! इसे करने के लिए बहुत ही ज्यादा तो जरूरी की जरूरत है! बिना तजुर्बे के यह इन्वेस्टमेंट आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है!